बिटकॉइन एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल करेंसी है, जिसे वर्ष 2009 में Satoshi Nakamoto नाम का उपयोग करके एक गुमनाम व्यक्ति या समूह के द्वारा बनाया गया था ! सतोशी नाकामोटो द्वारा वर्ष 2008 में बिटकॉइन के पीछे का विचार एक पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम बनाना था जो केंद्रीय प्राधिकरण या मध्यस्थ की अवश्यकता के बिना काम कर सके !
बिटकॉइन एक ब्लॉकचैन पर कार्य करता है, जो एक वितरित बही-खाता है, जो नेटवर्क पर आधारित लेनदेन को रिकॉर्ड करता है ! इसका मतलब यह होता है की लेन-देन को किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता के बिना सत्यापित और मान्य किया जा सकता है ! जिससे बिटकॉइन अधिक सुरक्षित और पारदर्शी हो जाता है !
पहला बिटकॉइन लेनदेन सातोशी नाकामोटो और हैली फिनी नाम के एक प्रोग्रामर के बीच जनवरी 2009 में हुआ था ! इस लेनदेन में नाकामोटो से फिनी तक 10 बिटकॉइन का स्थांतरण हुआ था !
पहली बार साल 2010 में Laszlo Hanyecz नाम के एक प्रोग्रामर ने दो पिज्जा के लिए 10,000 बिटकॉइन का भुगतान किया था, जिसकी कीमत उस वक़्त लगभग 25 डॉलर थी ! बिटकॉइन की शुरुआती समय में इसका उपयोग ऑनलाइन खरीदारी और लेनदेन के लिए किया जाता था !
बिटकॉइन की शुरुआत एक आला तकनीक के रूप में हुआ था, जो मुख्य रूप से कम्प्यूटर के प्रति उत्साही उदारवादियों द्वारा उपयोग किया जाता था ! समय के साथ-साथ बिटकॉइन की लोकप्रियता बढ़ने लगी और आज पूरी दुनिया भर के विभिन्न व्यापारियों और विक्रेताओं से सामान एवं सेवाओं का उपयोग कर अधिक से अधिक मात्रा में लोगों की इसमें रूचि बढ़ने लगी और लोगों ने अपने धन को निवेश करना शुरू कर दिया और वर्तमान में इसकी लोकप्रियता बढ़ गयी !
साल 2011 में पहला बिटकॉइन एक्सचेंज में लॉन्च किया गया जिसने लोगों को अमेरिकी डॉलर के जैसी फिएट करेंसीयों के लिए बिटकॉइन खरीदने-बेचने की अनुमति दी गयी ! बिटकॉइन की मुख्य विशेषताओं में से एक इसकी विकेन्द्रीकृत प्रकृति है, जिसका अर्थ होता है की यह किसी भी सरकार या किसी भी वित्तीय संस्थान द्वारा नियंत्रण नहीं किया जाता है ! यह ब्लॉकचैन नामक सार्वजनिक खाताधारक पर दर्ज किया जाता है !
क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा लाभ है, कि यह अन्य परम्परागत करेंसीयों के मुकाबले बेहद ही सस्ता और तेज मनी ट्रांसफर है ! यानि की इस करेंसी पर किसी सरकार या संस्था का कोई भी नियंत्रण नहीं होता है ! लगातार कीमत में बढ़ोतरी होने की वजह से इस मुद्रा के प्रति लोगों में बहुत ही अधिक आकर्षण है !
क्रिप्टो करेंसी पर भारत सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, इसके लिए कोई पॉलिसी नहीं है, इसलिए ऐसी स्थिति में वित्तीय जोखिम आपको ही लेना होगा बेहतर होगा की आप इसमें निवेश से पहले जोखिम का मूल्यांकन करने के बाद ही निवेश करें !
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