डीमैट का फुल फॉर्म Dematerialized Account होता है ! यह एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक खाता होता है, जिसे डिपॉजिटरी अकाउंट के रूप में भी जाना जाता है, यह एक बैंक खाते के समान होता है लेकिन इस खाते में पैसे रखने के बजाय शेयर बाजार से ख़रीदे गए स्टॉक, बॉन्ड, म्यूच्यूअल फण्ड, ईटीएफ, डिबेंचर जैसे वित्तीय उत्पादों को रखने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है ! डीमैट अकाउंट का उद्देश्य भौतिक कागजी प्रमाणपत्रों की आवश्यकता को समाप्त करना और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग और प्रतिभूतियों के हस्तांतरण की सुविधा को प्रदान करना है ! डीमैट अकाउंट होने से भौतिक प्रमाणपत्रों के नुकसान, चोरी या क्षति जैसे जोखिम समाप्त हो जाता है !
जब भी कोई निवेशक प्रतिभूतियों की खरीद-बिक्री करता है, तो इस लेन-देन के लिए एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है, जिसके माध्यम से प्रतिभूतियों की डेबिट और क्रेडिट हो सके ! NSDL और CDSL, SEBI से पंजीकृत संस्थाएँ है, जो स्टॉक ब्रोकर्स को डीमैट सेवा प्रदान करती है ! फिर स्टॉक ब्रोकर निवेशकों को डीमैट खाते तक पहुँच प्रदान करता है ! NSDL और CDSL, तकनिकी रूप से डिपॉज़िटरी के रूप में जाने जाते है ! जो निवेशक और डिपॉजिटरी के बीच मध्यस्थ के रूप के काम करता है ! यह अकाउंट किसी भी बैंकों (निजी व सरकारी), दलालों (Angel One, Zerodha, Motilal Oshwal, Groww etc.), और अन्य वित्तीय संस्थानों के द्वारा खोला जा सकता है !
डीमैट अकाउंट के लाभ
डीमैट अकाउंट के मुख्य फायदे यह है कि इसमें हमारे शेयर्स और सिक्योरिटीज की फिजिकल फॉर्म की जरुरत नहीं होती है ! इसके साथ ही अनेक फायदे है जो नीचे दिए गए है :-
- डीमैट अकाउंट शेयर और सिक्योरिटीज के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प है ! इस अकाउंट में शेयर और सिक्योरिटीज इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर होते है जो की बिल्कुल ही सेफ और सिक्योर होता है !
- शेयर खरीदने के एक दिन बाद ही आपके डीमैट खाते में शेयर आसानी से डिलीवर हो जाते है !
- आप अपने डीमैट अकाउंट को कहीं से भी अपने लैपटॉप, मोबाइल और कंप्यूटर से इस्तेमाल कर सकते है !
- डीमैट अकाउंट के जरिए शेयर और सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के काम में बहुत ही आसानी होती है ! आपको इसके लिए ब्रोकर के पास जाने की जरुरत नहीं होती है ! आप घर बैठे ही ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते है !
- डीमैट अकाउंट के जरिये ट्रेडिंग करने में आसानी होती है और लेन-देन की लागत कम होती है, जिससे निवेशक और ट्रेडर्स को अधिक मुनाफा होता है !
- डीमैट अकाउंट से सम्बंधित कागजी प्रक्रिया कम होती है इससे अकाउंट में शेयर और सिक्योरिटीज का ट्रांसफर, खरीदने और बेचने के लिए कम डॉक्यूमेंट की जरुरत होती है !
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